Thursday 26 June 2014

FYUP- -यथार्थ अनेक होते है

फोर इयर अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम---मेरी नजर मे दिल्ली  यूनिवर्सिटी  एक महोल्ले  की तरह और एफ़वाईयूपी मेरी किसी छलती  पड़ोसन से कम नहीं था । इस  अल्हड़ चाँदनी को गटकने के लिए आइसा के आशिक़ों ने भरसर प्रयास किए । लिखे पीले पन्नो पर लंबे लंबे खत, किया खटे दही सा अघात प्रेम  और असल मे दिखाया इश्क़ कैसे किया जाता है और आखिर मे हर दुखद प्रेम कहानी की तरह ही इसका भी अंत हुआ और एबीवीपी के कुछ दबंगों ने इसे गटक लिया। दिनेश महोदया की ये  बिटिया जो नयी नयी जवान हो रही थी।  आशिक़ों से बचाने के लिए हर संभव कोशिश की लेकिन ये अल्हड़ चाँदनी कहाँ किस की सुनने वाली थी । नए बच्चे इस प्रेम कहानी को नहीं जानते और इस चुनाव मे उनका वोट डालना पहली बार किसी लड़की को चूमने जैसा होता है। सुना है दिनेश साहब जिनकी कब्र ये आशिक लोग डीयू के मैदानो मे खोदना चाहते है उन्होने गूगल से कोई गठबंधन किया है नौकरी दिलवाने का  । एक आशिक के निजी कारण जिसका आप सब को सम्मान करना चाहिए पहले ही हम बहुत दुखी है मोदी साहब भाजपा जिनकी माँ है,और पिता लापता है जिसे ढूँढने मे सीआईडी के पर्दियुमन साहब को लगाया गया है ।  उन्होने 8 का सिगरेट 12 का कर दिया है ।  मै अभिनव गोयल पूरे होशो हवास मे अपने निजी कारणों से इसका समर्थन कर रहा हु , निम्नलिखित है -देखिये नौकरी तो आपकी 3 साल पढ़ के भी नहीं मिलनी और चार साल पढ़ के भी नहीं मिलनी ।
बच्चे डीटीसी का पास एक साल और एंजॉय कर सकते है  और दिल्ली भर मे फ्री मे डीटीसी मे अपनी कला को निखार सकते है, जैसे महिलाओं से हिलायेँ कर देना या बस का बरा कर देना आदि। 
एक साल अधिक कॉलेज के समोसे के साथ चाय पी सकते है ।
चुनाव के समय एबीवीपी , एनएसयूआई वालो की सहायता से  रागनि एमएमएस जैसी फिल्मे फ्री मे देख सकेगें , वैसे मुझे जंजीर की टिकट मिली थी और  मै गया नहीं था मुझे जाना चाहिए था ना जाने का कारण मुझे सिर्फ एक टिकिट मिलना था , दो मिलती तो अपनी किसी साथी के साथ जरूर जाता । 
किसी लड़की के लिए बुने खामोश सपनों को एक साल और गफलत मे रख सकते है ।
और बात रही बच्चों को सेंसेटिव बनाने की तो बात मे दम है ,, ये चार साल वाले फ्री के लेप्टोप मे 18-18 जीबी सनी लिओनि को भर कर रखेगे तो यकीन जानिए पूरे शरीर का विकास होगा । 
एक साल और कॉलेज के वाई-फाई से फ्री मे रंगीन फिल्मे, व्ट्स एप , फ़ेसबुक आदि चला सकते है । 
4 बजे तक आप कॉलेज मे रुकेंगे तो कुछ बच्चे अकेले तन्हा कमरो को रोशन कर सकते है - बहुत सस्ते मे एक जिस्म दो जान वाला फील ले सकते है - सिर्फ फील उस से आगे के लिए आपको थोड़ा सेटिंग बिठाना पड़ेगा ।  
दरियागंज के मूत्रालयों मे मूतने का मजा अपने कॉलेज मे एक साल और ले पाएगे । 
लड़कियां एक और साल तक अपने प्रोफेसरों के लिए सहेज कर रखी फेंटेसी को अपने अपने कॉलेज के क्न्फ़ेशन पेज पर उतार कर अधिक  से अधिक लाइक पा सकती है ।
मेरी तुलसी जी से विनती है की आप बच्चों की जिंदगी से ऐसा खिलवाड़ मत कीजिये । 
आप हमारे बीच मे मत आइये हम अपनी परेशानियों को एबीवीपी की मदद से हवन के जरिये दूर करना जानते है ,,
हमरी मानो तो भई ई साला पाँच साल का कर दो । 

Likजब बच्चे को इस तरह का वातावरण मिलेगा तो यकीनन जो मैथ्स की थ्योरम 18 साल मे नहीं सीखा वो 2 महीने मे सीख जाएगा और बात तो चिंगारी की है क्या पता कब किस मैडम को देख के लग जाए ।

Thursday 12 June 2014

मेरा अलमिरा


जिसमे रखे है सुरखित 
तुम्हारे लिए किसी जंगल 
से खोज कर लाये
शब्द,
और 
हमारी तमाम मुलाकातें 
तोहफे , किताबें , आधी रात की अधूरी कवितायें , 
रद्दी बन चुके अखबार 
और वो कमीज आखिर की 
जिसे नहीं पहना गया है
तुम्हारे आखिरी बार चूमने के बाद से
जो पड़ी है किसी मरीज की तरह
मैले बिस्तर पर भूखी
जिसे इंतेजार है
तुम्हारे खत का
के जल्दी से आए
उसे रख ले अपनी जेब मे
खाये हर रोज एक शब्द
और रह सके जिंदा
खुछ और समय