Sunday, 13 March 2016

क्या चाहिए

हमें चाहिए 
कि हम लिखें 
शिकायती पत्र
छुएं देर तक
जिसमें भरी हो ठंडी सांत्वना 
सवाल के जवाब में 
सवाल करें घंटो
हमें चाहिए 
कि मिलें तो पीले फूल नहीं 
अपने कमरों से 
दीमक उतार लाएं 
रिश्ते चाट खाने को
हम नहाएं 
मटमैले शब्दों की बारिश में 
जब तक कसैले न हो जाएं
हमें चाहिए 
प्रेम को खारिज कर 
उधार मांग लें
शहर से 
अजनबी पोशाकें 
और 
गुम हो जाएं 

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