हमें चाहिए
कि हम लिखें
शिकायती पत्र
छुएं देर तक
जिसमें भरी हो ठंडी सांत्वना
सवाल के जवाब में
सवाल करें घंटो
हमें चाहिए
कि मिलें तो पीले फूल नहीं
अपने कमरों से
दीमक उतार लाएं
रिश्ते चाट खाने को
हम नहाएं
मटमैले शब्दों की बारिश में
जब तक कसैले न हो जाएं
हमें चाहिए
प्रेम को खारिज कर
उधार मांग लें
शहर से
अजनबी पोशाकें
और
गुम हो जाएं
Waah
ReplyDeleteशुक्रिया .. krandan
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