यकीन जानिए
एक दिन पहले से सता रहा था
तुम्हारे ना बोलने का अहसास
और हमने सोच लिया था
हम नहीं रोएँगे
सरफिरे आशिको की तरह
बंद कमरो मे ,
नहीं मांगेगे तुमसे ना बोलने का कारण
लेकिन हमने मांग लिया
और
हम हार गए
हम बनाना चाहते थे
तुम्हें हमसफर
पलट कर अपनी डायरी से अतीत के पन्ने
खोलकर हर एक दफन राज
करके अपने आप को नंगा
जला कर अपना अतीत
जो समेटा था - बेजान पन्नों पर
करना चाहता था एक नई शुरुवात
जो हो ना सकी
लेकिन तुम रहोगी मुझे याद ताउम्र
उस कहानी ,
कहानी के किरदारो की तरह
जो मेरी माँ ने मुझे कभी
बचपन मे सुनाई थी
............
एक दिन पहले से सता रहा था
तुम्हारे ना बोलने का अहसास
और हमने सोच लिया था
हम नहीं रोएँगे
सरफिरे आशिको की तरह
बंद कमरो मे ,
नहीं मांगेगे तुमसे ना बोलने का कारण
लेकिन हमने मांग लिया
और
हम हार गए
हम बनाना चाहते थे
तुम्हें हमसफर
पलट कर अपनी डायरी से अतीत के पन्ने
खोलकर हर एक दफन राज
करके अपने आप को नंगा
जला कर अपना अतीत
जो समेटा था - बेजान पन्नों पर
करना चाहता था एक नई शुरुवात
जो हो ना सकी
लेकिन तुम रहोगी मुझे याद ताउम्र
उस कहानी ,
कहानी के किरदारो की तरह
जो मेरी माँ ने मुझे कभी
बचपन मे सुनाई थी
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